पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत राष्ट्रीय स्तर पर राज्य के सुंदरनगर और नालागढ़ शहरों को क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान के लिए प्रदान किया जिसमें इन दोनों शहरों के लिए क्रमश: 25.00 लाख और 12.50 लाख रुपये महामहिम प्रोफेसर गणेशी लाल, ओडिशा के माननीय राज्यपाल और श्री भूपेंद्र यादव, माननीय केंद्रीय मंत्री, पर्यावरण वन और जलवायु परिवर्तन, सरकार के कर कमलों द्वारा प्रदान किए गए। आज भुवनेश्वर, ओडिशा में आयोजित एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “वायु” में हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्य वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. मनोज चौहान ने राज्य की ओर से यह पुरस्कार प्राप्त किए।
अपूर्व देवगन (आईएएस) सदस्य सचिव, हिमाचल प्रदेश राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा कि हमारे सामने सबसे बड़ी समस्या परिवेशी वातावरण में PM10 की उच्च स्तर की थी, जिसके कारण इन शहरों/कस्बों को गैर-प्राप्ति शहरों की श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। राज्य ने सभी हितधारक विभागों को शामिल करके बहु-आयामी रणनीति अपनाई और राज्य के सभी गैर-प्राप्ति वाले शहरों / कस्बों (NAC/Ts) में वायु प्रदूषण के शमन के लिए कार्य योजना तैयार की। हाल के दिनों में राज्य बोर्ड ने सभी गैर-प्राप्ति शहरों में वायु निगरानी क्षमता का उन्नयन किया है। हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव (पर्यावरण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी) की अध्यक्षता वाली वायु गुणवत्ता निगरानी समिति (AQMC) द्वारा कार्य योजना के कार्यान्वयन की प्रभावी आवधिक समीक्षा और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ-साथ संबंधित जिलाधिकारियों की अध्यक्षता वाली शहर स्तरीय कार्यान्वयन समिति के प्रयासों से परिवेशी वातावरण में 40% से अधिक PM10 की सघनता (concentration) को कम करने में सफलता मिली

