मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने कहा कि डॉ. राजेंद्र प्रसाद राजकीय आयुर्विज्ञान महाविद्यालय टांडा देश के शीर्ष आयुर्विज्ञान संस्थानों में अपनी जगह बना रहा है। वह आज शाम टांडा स्थित महाविद्यालय परिसर में केंद्रीय छात्र संघ (कनेक्सस) द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम-‘संस्कृति’ में संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में एक प्रसिद्ध पत्रिका द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार इस संस्थान की ओवरऑल रैंकिंग 35 से 25वें स्थान तक पहुंच गई थी और वर्तमान में यह 13वें स्थान पर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में पहली बार चिकित्सकांे के 500 नए पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एमबीबीएस प्रशिक्षुओं का स्टाईपेंड 17,000 रुपये प्रतिमाह से बढ़ाकर 20,000 रुपये करने की घोषणा की। उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 5 लाख रुपये देने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की उदार सहायता और डबल इंजन सरकार के कारण हिमाचल ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 अक्तूबर को बिलासपुर में एम्स का लोकार्पण करने जा रहे हैं, जो प्रदेश के लोगों के लिए यह एक और गौरवमयी अवसर होगा।
एमबीबीएस प्रशिक्षुओें से मानवता के प्रति अपनी सर्वश्रेष्ठ और पेशेवर सेवाएं सुनिश्चित करने की अपील करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड महामारी के दौरान डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ और सफाई कर्मचारियों ने बहुत ही सराहनीय सेवाएं प्रदान की थीं। इनकी संयुक्त सेवाओं और आम लोगों की भागीदारी के कारण हिमाचल प्रदेश कोविड रोधी टीकाकरण में देश भर में प्रथम रहा।
इससे पहले, मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित करके सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर मेडिकल प्रशिक्षुओं ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

